Add to Wishlist
Shri Vaishakh Mahatamya (Sampoorn 25 Addhyayon Yukt)
₹25.00
- Publisher : Sri Durga Pustak Bhandar Private Limited
- Language : Hindi
- Book Format : Paperback
- Pages : 161 pages
- Item Weight : 100 gms
- Dimensions : 18 x 12.5 x 0.8 cm
- Country of Origin : India
Out of stock
Usually dispatched in 2 to 3 days
स्कन्द पुराण में वर्णित वैशाख मास के माहात्म्य , तथा आरती आदि से सुसज्जित सरल भाषा में
Additional information
Weight | 100 kg |
---|---|
Dimensions | 18 × 12 × 0.8 cm |
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
Book information
Book Publisher
Sri Durga Pustak Bhandar Pvt. Ltd.
You may also like…
Hanumat Kavacham (Panchmukhi – Ekmukhi) Evom Hanuman Panchang | Combo pack of 2
₹50.00
We are providing a set of Hanuman Panchang and Hanumat Kavacham. Hanuman Panchang contains- hanumad stavan, mahatamya, hanuman chalisa, hanuman ashtak, sankat mochan stotra, panchmukhi, ekmukhi hanumantkavach, bajrang baan, hanuman sathika etc. evom aarti sahit.
Hanumat Kavacham (Panchmukhi – Ekmukhi) Evom Hanuman Panchang | Combo pack of 2
₹50.00
We are providing a set of Hanuman Panchang and Hanumat Kavacham. Hanuman Panchang contains- hanumad stavan, mahatamya, hanuman chalisa, hanuman ashtak, sankat mochan stotra, panchmukhi, ekmukhi hanumantkavach, bajrang baan, hanuman sathika etc. evom aarti sahit.
Shri Ekadashi Mahatamya
₹75.00
Ekadashi Mahatmya Vrat story language in which apart from the 24th Ekadashi of the year and both Ekadashi Mahatmya of Adhika month (Purushottam), Chaturmasya Vrat and Pancharatri Vrat and Udhyapan Vidhi and Aarti are also given.
एकादशी महात्म्य व्रत कथा भाषा जिसमे वर्ष भर की चौबीसों एकादशी और अधिक मास (पुरुषोत्तम) की दोनो एकादशी महातम्या के अतिरिक्त चतुर्मास्य व्रत तथा पंचरात्रि व्रत और उध्यापन विधि और आरतीं भी दी गई है।
Shri Ekadashi Mahatamya
₹75.00
Ekadashi Mahatmya Vrat story language in which apart from the 24th Ekadashi of the year and both Ekadashi Mahatmya of Adhika month (Purushottam), Chaturmasya Vrat and Pancharatri Vrat and Udhyapan Vidhi and Aarti are also given.
एकादशी महात्म्य व्रत कथा भाषा जिसमे वर्ष भर की चौबीसों एकादशी और अधिक मास (पुरुषोत्तम) की दोनो एकादशी महातम्या के अतिरिक्त चतुर्मास्य व्रत तथा पंचरात्रि व्रत और उध्यापन विधि और आरतीं भी दी गई है।
Related products
Gita-Tattva-Vivechani (Hindi)
₹400.00
गीता-तत्त्व-विवेचनी—भगवान् श्रीकृष्णकी दिव्यवाणीसे नि:सृत सर्वशास्त्रमयी गीताकी विश्वमान्य महत्ताको दृष्टिïमें रखकर इस अमर संदेशको जन-जनतक पहुँचानेके उद्देश्यसे गीताप्रेसके आदि संस्थापक परम श्रद्धेय ब्रह्मïलीन श्रीजयदयालजी गोयन्दकाद्वारा प्रणीत गीताकी एक दिव्य टीका। इसमें २५१५ प्रश्न और उनके उत्तरके रूपमें प्रश्नोत्तर शैलीमें गीताके श्लोकोंकी विस्तृत व्याख्याके साथ अनेक गूढ़ रहस्योंका सरल, सुबोध भाषामें सुन्दर प्रतिपादन किया गया है। इसके स्वाध्यायसे सामान्य-से-सामान्य व्यक्ति भी गीताके रहस्योंको आसानीसे हृदयंगम कर अपने जीवनको धन्य कर सकता है।
Gita-Tattva-Vivechani (Hindi)
₹400.00
गीता-तत्त्व-विवेचनी—भगवान् श्रीकृष्णकी दिव्यवाणीसे नि:सृत सर्वशास्त्रमयी गीताकी विश्वमान्य महत्ताको दृष्टिïमें रखकर इस अमर संदेशको जन-जनतक पहुँचानेके उद्देश्यसे गीताप्रेसके आदि संस्थापक परम श्रद्धेय ब्रह्मïलीन श्रीजयदयालजी गोयन्दकाद्वारा प्रणीत गीताकी एक दिव्य टीका। इसमें २५१५ प्रश्न और उनके उत्तरके रूपमें प्रश्नोत्तर शैलीमें गीताके श्लोकोंकी विस्तृत व्याख्याके साथ अनेक गूढ़ रहस्योंका सरल, सुबोध भाषामें सुन्दर प्रतिपादन किया गया है। इसके स्वाध्यायसे सामान्य-से-सामान्य व्यक्ति भी गीताके रहस्योंको आसानीसे हृदयंगम कर अपने जीवनको धन्य कर सकता है।
Vedant Darshan
₹100.00
महर्षि वेदव्यास-प्रणीत ब्रह्मसूत्र भारतीय दर्शन का अत्यन्त ही महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। यह ग्रन्थ वेद के चरम सिद्धान्त परब्रह्म का निदर्शन कराता है। अतः इसे वेदान्त-दशर्न भी कहते हैं। वेद के उत्तरभाग उपासना और ज्ञान दोनों की मीमांसा करने के कारण इसका एक नाम उत्तरमीमांसा भी है। पदच्छेद और अन्वय सहित विस्तृत हिन्दी-व्याख्या।
Vedant Darshan
₹100.00
महर्षि वेदव्यास-प्रणीत ब्रह्मसूत्र भारतीय दर्शन का अत्यन्त ही महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। यह ग्रन्थ वेद के चरम सिद्धान्त परब्रह्म का निदर्शन कराता है। अतः इसे वेदान्त-दशर्न भी कहते हैं। वेद के उत्तरभाग उपासना और ज्ञान दोनों की मीमांसा करने के कारण इसका एक नाम उत्तरमीमांसा भी है। पदच्छेद और अन्वय सहित विस्तृत हिन्दी-व्याख्या।
Jai Hanuman Patrika (Telugu)
₹35.00
भारतीय जनताके लिये श्रीहनुमान्ïजीका चरित्र सदैवसे प्रेरणा का स्रोत रहा है। इसपुस्तकमें श्रीहनुमान्ïजीकी सत्रहलीलाओं का ऐसा अनोखा चित्रण है, जो पाठकोंको मन्त्रमुग्ध कर देता है।हनुमान्ïजीकी प्रत्येक लीलाके साथ उससे सम्बन्धित आकर्षक चित्रभी दिये गये हैं। आकर्षक चित्रावरण से युक्त यह पुस्तक सबके लिये पठनीय है।
Jai Hanuman Patrika (Telugu)
₹35.00
भारतीय जनताके लिये श्रीहनुमान्ïजीका चरित्र सदैवसे प्रेरणा का स्रोत रहा है। इसपुस्तकमें श्रीहनुमान्ïजीकी सत्रहलीलाओं का ऐसा अनोखा चित्रण है, जो पाठकोंको मन्त्रमुग्ध कर देता है।हनुमान्ïजीकी प्रत्येक लीलाके साथ उससे सम्बन्धित आकर्षक चित्रभी दिये गये हैं। आकर्षक चित्रावरण से युक्त यह पुस्तक सबके लिये पठनीय है।
MANAS SHANKA SAMADHAN
₹25.00
The writer of this book, Shri Jairamadas ji ‘Deen’ has tried to satisfy the readers through his best possible answers to the questions asked by them on the basis of Sriramcharitmanas. This is a worth reading book by ardent devotees.
MANAS SHANKA SAMADHAN
₹25.00
The writer of this book, Shri Jairamadas ji ‘Deen’ has tried to satisfy the readers through his best possible answers to the questions asked by them on the basis of Sriramcharitmanas. This is a worth reading book by ardent devotees.
Sri Ramcharitmanas Ramayana of Tulsidas
₹300.00
श्री गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज के द्वारा प्रणीत श्रीरामचरितमानस हिन्दी साहित्य की सर्वोत्कृष्ट रचना है। आदर्श राजधर्म, आदर्श गृहस्थ-जीवन, आदर्श पारिवारिक जीवन आदि मानव-धर्म के सर्वोत्कृष्ट आदर्शों का यह अनुपम आगार है। सर्वोच्य भक्ति, ज्ञान, त्याग, वैराग्य तथा भगवान की आदर्श मानव-लीला तथा गुण, प्रभाव को व्यक्त करनेवाला ऐसा ग्रंथरत्न संसार की किसी भाषा में मिलना असम्भव है। आशिर्वादात्माक ग्रन्थ होने के कारण सभी लोग मंत्रवत् आदर करते हैं। इसका श्रद्धापूर्वक पाठ करने से एवं इसके उपदेशों के अनुरूप आचरण करने से मानवमात्र के कल्याण के साथ भगवत्प्रेम की सहज ही प्राप्ति सम्भव है। श्रीरामचरितमानस के सभी संस्करणों में पाठ-विधि के साथ नवान्ह और मासपरायण के विश्रामस्थान, गोस्वामी जी की संक्षिप्त जीवनी, श्रीरामशलाका प्रश्नावली तथा अंत में रामायण जी की आरती दी गयी है।
Sri Ramcharitmanas Ramayana of Tulsidas
₹300.00
श्री गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज के द्वारा प्रणीत श्रीरामचरितमानस हिन्दी साहित्य की सर्वोत्कृष्ट रचना है। आदर्श राजधर्म, आदर्श गृहस्थ-जीवन, आदर्श पारिवारिक जीवन आदि मानव-धर्म के सर्वोत्कृष्ट आदर्शों का यह अनुपम आगार है। सर्वोच्य भक्ति, ज्ञान, त्याग, वैराग्य तथा भगवान की आदर्श मानव-लीला तथा गुण, प्रभाव को व्यक्त करनेवाला ऐसा ग्रंथरत्न संसार की किसी भाषा में मिलना असम्भव है। आशिर्वादात्माक ग्रन्थ होने के कारण सभी लोग मंत्रवत् आदर करते हैं। इसका श्रद्धापूर्वक पाठ करने से एवं इसके उपदेशों के अनुरूप आचरण करने से मानवमात्र के कल्याण के साथ भगवत्प्रेम की सहज ही प्राप्ति सम्भव है। श्रीरामचरितमानस के सभी संस्करणों में पाठ-विधि के साथ नवान्ह और मासपरायण के विश्रामस्थान, गोस्वामी जी की संक्षिप्त जीवनी, श्रीरामशलाका प्रश्नावली तथा अंत में रामायण जी की आरती दी गयी है।
Adbhut Mantra Sagar (Sampoorn Panchon Bhag)
₹450.00
"Dive into the mystical world of 'Adbhut Mantra Sagar (Complete Five Parts)' and unlock the secrets of ancient mantras and their transformative powers. This comprehensive five-part series delves deep into the essence of these powerful mantras, guiding readers on a spiritual journey towards self-discovery and enlightenment. Explore the profound wisdom contained within these sacred texts and embark on a quest for inner peace and fulfillment. Immerse yourself in the enchanting realm of mantras with 'Adbhut Mantra Sagar' and experience the magic of divine sound vibrations resonating through your being."
Adbhut Mantra Sagar (Sampoorn Panchon Bhag)
₹450.00
"Dive into the mystical world of 'Adbhut Mantra Sagar (Complete Five Parts)' and unlock the secrets of ancient mantras and their transformative powers. This comprehensive five-part series delves deep into the essence of these powerful mantras, guiding readers on a spiritual journey towards self-discovery and enlightenment. Explore the profound wisdom contained within these sacred texts and embark on a quest for inner peace and fulfillment. Immerse yourself in the enchanting realm of mantras with 'Adbhut Mantra Sagar' and experience the magic of divine sound vibrations resonating through your being."
Ramayan Mahanatak
₹400.00
Ramayan Mahanatak (Sampoorn Ramleela)
By-Rameshchandra Varshanrey
About the Author : बात सन् १ ९ ७४ की है । भारतीय कला निकेतन अवागढ़ ( एटा ) के मुख्य निर्देशक श्री ओम् प्रकाश शर्मा द्वारा व्यंग्य में राजा जनक का पार्ट मुझे स्टेज पर अभिनीत करने को देना भगवत प्रेरणा से इतना बड़ा रूप धारण कर लेगा इसकी कल्पना मुझे स्वप्न में भी नहीं थी । मेरे पार्ट पर वे इतने मुग्ध हुए कि उनको कहना पड़ा कि वकील साहब आप इसी प्रकार की पूरी रामायण नाटक शैली में लिख दीजिये । काम मेरी रुचि का था । रामायण महानाटक के रूप में उसकी रचना हुई जो आदर्श रामलीला क्लब अवागढ़ द्वारा बाहर से नहीं अपितु अवागढ़ से ही अनुकूल पात्रों द्वारा पूर्ण अभ्यास के बाद श्री अशोक पचौरी के सफल निर्देशन में प्रस्तुत की गई । नाटक के प्रकाशक के सम्बन्ध में कुछ कहे बिना बात अधूरी रहेगी । जब रणधीर बुक सेल्स ( प्रकाशन ) हरिद्वार के प्रकाशक को मेरे नाटक के बारे में पता चला तब उन्होंने इसके प्रकाशन का साहसपूर्ण निर्णय लिया । कार्य सरल और छोटा नहीं था फिर भी उन्होंने इसे सुचारु रूप से सम्पन्न किया तथा नाटक को पाठकों के सामने सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया । वे मेरे अपने ही हैं , ऐसा उनके व्यवहार से जाना । अत : उनको धन्यवाद देना तो सूरज को दीपक दिखाने के समान होगा फिर भी वे साधुवाद के पात्र तो हैं ही । अब पाठकों के उत्साह को देखते हुए इस पुस्तक का दूसरा संशोधित संस्करण आपके हाथों में है । आशा है सब राम प्रेमी इस सम्पूर्ण रामायण महानाटक का फिर से जोरदार स्वागत करेंगे । विनीत रमेश चन्द्र वार्ष्णेय The thing is from the year 1974. I could not have imagined that the part of Raja Janak in the satire by Shri O3M Prakash Sharma, Chief Director of Indian Kala Niketan Avagadh (Etah) to play me on stage would take on such a big form with divine inspiration. He was so fascinated by my part that he had to ask the lawyer, sir, you should write the entire Ramayana in this type of drama style. The work was of interest to me. It was composed in the form of Ramayana Mahanatak, which was presented under the successful direction of Shri Ashok Pachauri after full practice by the friendly characters not from outside but from Avagarh itself by Adarsh Ramlila Club Awagarh.
Ramayan Mahanatak
₹400.00
Ramayan Mahanatak (Sampoorn Ramleela)
By-Rameshchandra Varshanrey
About the Author : बात सन् १ ९ ७४ की है । भारतीय कला निकेतन अवागढ़ ( एटा ) के मुख्य निर्देशक श्री ओम् प्रकाश शर्मा द्वारा व्यंग्य में राजा जनक का पार्ट मुझे स्टेज पर अभिनीत करने को देना भगवत प्रेरणा से इतना बड़ा रूप धारण कर लेगा इसकी कल्पना मुझे स्वप्न में भी नहीं थी । मेरे पार्ट पर वे इतने मुग्ध हुए कि उनको कहना पड़ा कि वकील साहब आप इसी प्रकार की पूरी रामायण नाटक शैली में लिख दीजिये । काम मेरी रुचि का था । रामायण महानाटक के रूप में उसकी रचना हुई जो आदर्श रामलीला क्लब अवागढ़ द्वारा बाहर से नहीं अपितु अवागढ़ से ही अनुकूल पात्रों द्वारा पूर्ण अभ्यास के बाद श्री अशोक पचौरी के सफल निर्देशन में प्रस्तुत की गई । नाटक के प्रकाशक के सम्बन्ध में कुछ कहे बिना बात अधूरी रहेगी । जब रणधीर बुक सेल्स ( प्रकाशन ) हरिद्वार के प्रकाशक को मेरे नाटक के बारे में पता चला तब उन्होंने इसके प्रकाशन का साहसपूर्ण निर्णय लिया । कार्य सरल और छोटा नहीं था फिर भी उन्होंने इसे सुचारु रूप से सम्पन्न किया तथा नाटक को पाठकों के सामने सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया । वे मेरे अपने ही हैं , ऐसा उनके व्यवहार से जाना । अत : उनको धन्यवाद देना तो सूरज को दीपक दिखाने के समान होगा फिर भी वे साधुवाद के पात्र तो हैं ही । अब पाठकों के उत्साह को देखते हुए इस पुस्तक का दूसरा संशोधित संस्करण आपके हाथों में है । आशा है सब राम प्रेमी इस सम्पूर्ण रामायण महानाटक का फिर से जोरदार स्वागत करेंगे । विनीत रमेश चन्द्र वार्ष्णेय The thing is from the year 1974. I could not have imagined that the part of Raja Janak in the satire by Shri O3M Prakash Sharma, Chief Director of Indian Kala Niketan Avagadh (Etah) to play me on stage would take on such a big form with divine inspiration. He was so fascinated by my part that he had to ask the lawyer, sir, you should write the entire Ramayana in this type of drama style. The work was of interest to me. It was composed in the form of Ramayana Mahanatak, which was presented under the successful direction of Shri Ashok Pachauri after full practice by the friendly characters not from outside but from Avagarh itself by Adarsh Ramlila Club Awagarh.
Bhakta Balak (Kannada)
₹10.00
भक्त बालक पुस्तकाकार—इसमें भक्त गोविन्द, मोहन, धन्ना जाट, चन्द्रहास और सुधन्वाकी ऐसी सरस, मधुर तथा भक्तिरससे पूर्ण कथाएँ हैं, जिन्हें पढक़र आँखोंसे अश्रुपात होने लगता है और मन भगवत्कृपाके स्मरणमें डूब जाता है।
Bhakta Balak (Kannada)
₹10.00
भक्त बालक पुस्तकाकार—इसमें भक्त गोविन्द, मोहन, धन्ना जाट, चन्द्रहास और सुधन्वाकी ऐसी सरस, मधुर तथा भक्तिरससे पूर्ण कथाएँ हैं, जिन्हें पढक़र आँखोंसे अश्रुपात होने लगता है और मन भगवत्कृपाके स्मरणमें डूब जाता है।
Reviews
There are no reviews yet.