View cart “Ramayan Mahanatak” has been added to your cart.
Add to Wishlist
Shri Durga Pocket Jantri | Year 2024 (Pack of 5 | Pocket Size) [Paperback] Manish Mehrotra
₹15.00
Shri Durga Pakkit Jantri Year 2022. In it complete Panchag, Tatilnama, Travel Ideas, Eclipse, Marriage Muhurta, Horoscope, Horoscope, Rashibodhak Chakra, Post Office Rules, Dream Thoughts, Lizard and Angsphuran Thoughts, Railway Timetable and Home Medicines Recipes and many useful topics have been given etc. Time table of major trains leaving Allahabad is also given.
In stock
Usually dispatched in 2 to 3 days
SKU:
Durga Pustak 50
Category:
Religious
Additional information
Weight | 100 kg |
---|---|
Dimensions | 14 × 10 × 0.5 cm |
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
Book information
Book Publisher
Sri Durga Pustak Bhandar Pvt. Ltd.
Related products
Sri Ramcharitmanas Ramayana of Tulsidas
₹300.00
श्री गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज के द्वारा प्रणीत श्रीरामचरितमानस हिन्दी साहित्य की सर्वोत्कृष्ट रचना है। आदर्श राजधर्म, आदर्श गृहस्थ-जीवन, आदर्श पारिवारिक जीवन आदि मानव-धर्म के सर्वोत्कृष्ट आदर्शों का यह अनुपम आगार है। सर्वोच्य भक्ति, ज्ञान, त्याग, वैराग्य तथा भगवान की आदर्श मानव-लीला तथा गुण, प्रभाव को व्यक्त करनेवाला ऐसा ग्रंथरत्न संसार की किसी भाषा में मिलना असम्भव है। आशिर्वादात्माक ग्रन्थ होने के कारण सभी लोग मंत्रवत् आदर करते हैं। इसका श्रद्धापूर्वक पाठ करने से एवं इसके उपदेशों के अनुरूप आचरण करने से मानवमात्र के कल्याण के साथ भगवत्प्रेम की सहज ही प्राप्ति सम्भव है। श्रीरामचरितमानस के सभी संस्करणों में पाठ-विधि के साथ नवान्ह और मासपरायण के विश्रामस्थान, गोस्वामी जी की संक्षिप्त जीवनी, श्रीरामशलाका प्रश्नावली तथा अंत में रामायण जी की आरती दी गयी है।
Sri Ramcharitmanas Ramayana of Tulsidas
₹300.00
श्री गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज के द्वारा प्रणीत श्रीरामचरितमानस हिन्दी साहित्य की सर्वोत्कृष्ट रचना है। आदर्श राजधर्म, आदर्श गृहस्थ-जीवन, आदर्श पारिवारिक जीवन आदि मानव-धर्म के सर्वोत्कृष्ट आदर्शों का यह अनुपम आगार है। सर्वोच्य भक्ति, ज्ञान, त्याग, वैराग्य तथा भगवान की आदर्श मानव-लीला तथा गुण, प्रभाव को व्यक्त करनेवाला ऐसा ग्रंथरत्न संसार की किसी भाषा में मिलना असम्भव है। आशिर्वादात्माक ग्रन्थ होने के कारण सभी लोग मंत्रवत् आदर करते हैं। इसका श्रद्धापूर्वक पाठ करने से एवं इसके उपदेशों के अनुरूप आचरण करने से मानवमात्र के कल्याण के साथ भगवत्प्रेम की सहज ही प्राप्ति सम्भव है। श्रीरामचरितमानस के सभी संस्करणों में पाठ-विधि के साथ नवान्ह और मासपरायण के विश्रामस्थान, गोस्वामी जी की संक्षिप्त जीवनी, श्रीरामशलाका प्रश्नावली तथा अंत में रामायण जी की आरती दी गयी है।
Dhan Prapti Ke Dharmik Anushthan evom Shri Lalita Sahasranam Stotra
₹200.00
महालक्ष्मी की विभिन्न स्तोत्रों से आराधना तथा श्रीसूक्त, महालक्ष्मी सूक्त , देवराज इन्द्रकृत लक्ष्मी स्तोत्र , महालक्ष्मी अष्टक , कनकधारा स्तोत्र , पुरुष सूक्तम् , धनदा लक्ष्मी स्तोत्रम् , धनदादेवी स्तोत्रम् , धनदा कवचम् , ऋणमोचन , मंगल स्तोत्रम् , ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र , ऋणमुक्ति गणेश स्तोत्र , गणेश स्तवन से लक्ष्मी की वृद्धि कैसे , लक्ष्मी प्राप्ति के कुछ प्रयोग , ऋणमुक्ति के लिए प्रयोग , श्री ललिता सहस्रनाम अर्थात् ' श्री ' तथा ' विद्या ' की देवी के एक हजार नामों की महिमा और दीपावली पूजन , श्रीयन्त्रम् और महालक्ष्मी यन्त्र , कनकधारा यन्त्र इत्यादि इस पुस्तक में संकलित किए गए हैं । Worship of Mahalakshmi with various hymns and Srisukta, Mahalakshmi Sukta, Devraj Indrakrit Lakshmi Stotra, Mahalaxmi Ashtak, Kanakdhara Stotra, Purush Suktam, Dhanda Lakshmi Stotram, Dhanda Devi Stotram, Dhanda Kavacham, Loan Mochan, Ganesh Stotra, Ganesh Stotra, Ganeshi Stotram, Ganeshi Stotra, Mahalaxmi Ashtak, Kanakdhara Stotra, Purush Suktam How to increase Lakshmi by eulogy, Some uses of Lakshmi attainment, Use for liberation from debt, Sri Lalita Sahasranama i.e. glorification of a thousand names of Goddess of 'Shri' and 'Vidya' and Deepawali worship, Sri Yantram and Mahalaxmi Yantra, Kanakdhara Yantra etc. are collected in the book.
Dhan Prapti Ke Dharmik Anushthan evom Shri Lalita Sahasranam Stotra
₹200.00
महालक्ष्मी की विभिन्न स्तोत्रों से आराधना तथा श्रीसूक्त, महालक्ष्मी सूक्त , देवराज इन्द्रकृत लक्ष्मी स्तोत्र , महालक्ष्मी अष्टक , कनकधारा स्तोत्र , पुरुष सूक्तम् , धनदा लक्ष्मी स्तोत्रम् , धनदादेवी स्तोत्रम् , धनदा कवचम् , ऋणमोचन , मंगल स्तोत्रम् , ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र , ऋणमुक्ति गणेश स्तोत्र , गणेश स्तवन से लक्ष्मी की वृद्धि कैसे , लक्ष्मी प्राप्ति के कुछ प्रयोग , ऋणमुक्ति के लिए प्रयोग , श्री ललिता सहस्रनाम अर्थात् ' श्री ' तथा ' विद्या ' की देवी के एक हजार नामों की महिमा और दीपावली पूजन , श्रीयन्त्रम् और महालक्ष्मी यन्त्र , कनकधारा यन्त्र इत्यादि इस पुस्तक में संकलित किए गए हैं । Worship of Mahalakshmi with various hymns and Srisukta, Mahalakshmi Sukta, Devraj Indrakrit Lakshmi Stotra, Mahalaxmi Ashtak, Kanakdhara Stotra, Purush Suktam, Dhanda Lakshmi Stotram, Dhanda Devi Stotram, Dhanda Kavacham, Loan Mochan, Ganesh Stotra, Ganesh Stotra, Ganeshi Stotram, Ganeshi Stotra, Mahalaxmi Ashtak, Kanakdhara Stotra, Purush Suktam How to increase Lakshmi by eulogy, Some uses of Lakshmi attainment, Use for liberation from debt, Sri Lalita Sahasranama i.e. glorification of a thousand names of Goddess of 'Shri' and 'Vidya' and Deepawali worship, Sri Yantram and Mahalaxmi Yantra, Kanakdhara Yantra etc. are collected in the book.
Jai Hanuman Patrika (Telugu)
₹35.00
भारतीय जनताके लिये श्रीहनुमान्ïजीका चरित्र सदैवसे प्रेरणा का स्रोत रहा है। इसपुस्तकमें श्रीहनुमान्ïजीकी सत्रहलीलाओं का ऐसा अनोखा चित्रण है, जो पाठकोंको मन्त्रमुग्ध कर देता है।हनुमान्ïजीकी प्रत्येक लीलाके साथ उससे सम्बन्धित आकर्षक चित्रभी दिये गये हैं। आकर्षक चित्रावरण से युक्त यह पुस्तक सबके लिये पठनीय है।
Jai Hanuman Patrika (Telugu)
₹35.00
भारतीय जनताके लिये श्रीहनुमान्ïजीका चरित्र सदैवसे प्रेरणा का स्रोत रहा है। इसपुस्तकमें श्रीहनुमान्ïजीकी सत्रहलीलाओं का ऐसा अनोखा चित्रण है, जो पाठकोंको मन्त्रमुग्ध कर देता है।हनुमान्ïजीकी प्रत्येक लीलाके साथ उससे सम्बन्धित आकर्षक चित्रभी दिये गये हैं। आकर्षक चित्रावरण से युक्त यह पुस्तक सबके लिये पठनीय है।
Vedant Darshan
₹100.00
महर्षि वेदव्यास-प्रणीत ब्रह्मसूत्र भारतीय दर्शन का अत्यन्त ही महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। यह ग्रन्थ वेद के चरम सिद्धान्त परब्रह्म का निदर्शन कराता है। अतः इसे वेदान्त-दशर्न भी कहते हैं। वेद के उत्तरभाग उपासना और ज्ञान दोनों की मीमांसा करने के कारण इसका एक नाम उत्तरमीमांसा भी है। पदच्छेद और अन्वय सहित विस्तृत हिन्दी-व्याख्या।
Vedant Darshan
₹100.00
महर्षि वेदव्यास-प्रणीत ब्रह्मसूत्र भारतीय दर्शन का अत्यन्त ही महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। यह ग्रन्थ वेद के चरम सिद्धान्त परब्रह्म का निदर्शन कराता है। अतः इसे वेदान्त-दशर्न भी कहते हैं। वेद के उत्तरभाग उपासना और ज्ञान दोनों की मीमांसा करने के कारण इसका एक नाम उत्तरमीमांसा भी है। पदच्छेद और अन्वय सहित विस्तृत हिन्दी-व्याख्या।
Shri Durgasaptshati (With Hindi Translation)
By Gita Press
₹70.00
दुर्गासप्तशती हिन्दू-धर्म का सर्वमान्य ग्रन्थ है। इसमें भगवती की कृपा के सुन्दर इतिहास के साथ अनेक गूढ़ रहस्य भरे हैं। सकाम भक्त इस ग्रन्थ का श्रद्धापूर्वक पाठ कर के कामनासिद्धि तथा निष्काम भक्त दुर्लभ मोक्ष प्राप्त करते हैं। इस पुस्तक में पाठ करने की प्रामाणिक विधि, कवच, अर्गला, कीलक, वैदिक, तान्त्रिक रात्रिसूक्त, देव्यथर्वशीर्ष, नवार्णविधि, मूल पाठ, दुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्र, श्रीदुर्गामानसपूजा, तीनों रहस्य, क्षमा-प्रार्थना, सिद्धिकुञ्जिकास्तोत्र, पाठ के विभिन्न प्रयोग तथा आरती दी गयी है। इस संस्करण में संस्कृत के मूल श्लोकों के साथ सुन्दर हिंदी भावार्थ भी दिया हुआ है। The Shridurgasaptshati is well accepted religious text of Hindu religion. Shridurgasaptshati is full of religious mystery with blessed story of goddess Bhagavati. The devotees recite this book with great reverence and attain their desired goal. The book contains the procedure of reciting it along with Kavach, Argala, Kilak, Vaidik, Tantrik Ratrisukt, Devyatharva-Shirsh, Navaarn-Vidhi, original text, Durgaashtottarnamstotra, Shri-Durga-Manas worship, all the three Rahasyas (secrets), Kshama-Prarthna, Siddhi-Kunzika-Stotra and Aarti.
Shri Durgasaptshati (With Hindi Translation)
By Gita Press
₹70.00
दुर्गासप्तशती हिन्दू-धर्म का सर्वमान्य ग्रन्थ है। इसमें भगवती की कृपा के सुन्दर इतिहास के साथ अनेक गूढ़ रहस्य भरे हैं। सकाम भक्त इस ग्रन्थ का श्रद्धापूर्वक पाठ कर के कामनासिद्धि तथा निष्काम भक्त दुर्लभ मोक्ष प्राप्त करते हैं। इस पुस्तक में पाठ करने की प्रामाणिक विधि, कवच, अर्गला, कीलक, वैदिक, तान्त्रिक रात्रिसूक्त, देव्यथर्वशीर्ष, नवार्णविधि, मूल पाठ, दुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्र, श्रीदुर्गामानसपूजा, तीनों रहस्य, क्षमा-प्रार्थना, सिद्धिकुञ्जिकास्तोत्र, पाठ के विभिन्न प्रयोग तथा आरती दी गयी है। इस संस्करण में संस्कृत के मूल श्लोकों के साथ सुन्दर हिंदी भावार्थ भी दिया हुआ है। The Shridurgasaptshati is well accepted religious text of Hindu religion. Shridurgasaptshati is full of religious mystery with blessed story of goddess Bhagavati. The devotees recite this book with great reverence and attain their desired goal. The book contains the procedure of reciting it along with Kavach, Argala, Kilak, Vaidik, Tantrik Ratrisukt, Devyatharva-Shirsh, Navaarn-Vidhi, original text, Durgaashtottarnamstotra, Shri-Durga-Manas worship, all the three Rahasyas (secrets), Kshama-Prarthna, Siddhi-Kunzika-Stotra and Aarti.
Reviews
There are no reviews yet.