View cart “Shrimad Bhagwat Gita in Hindi – Pocket Book” has been added to your cart.
Add to Wishlist
Bhakta Balak (Kannada)
₹10.00
Bhakta Balak (Kannada)
Usually dispatched in 2 to 3 days
SKU:
Geeta Press Code 721
Category:
Religious
भक्त बालक पुस्तकाकार—इसमें भक्त गोविन्द, मोहन, धन्ना जाट, चन्द्रहास और सुधन्वाकी ऐसी सरस, मधुर तथा भक्तिरससे पूर्ण कथाएँ हैं, जिन्हें पढक़र आँखोंसे अश्रुपात होने लगता है और मन भगवत्कृपाके स्मरणमें डूब जाता है।
Book information
Book Publisher
Geeta Press
Related products
Ramayan Mahanatak
₹400.00
Ramayan Mahanatak (Sampoorn Ramleela)
By-Rameshchandra Varshanrey
About the Author : बात सन् १ ९ ७४ की है । भारतीय कला निकेतन अवागढ़ ( एटा ) के मुख्य निर्देशक श्री ओम् प्रकाश शर्मा द्वारा व्यंग्य में राजा जनक का पार्ट मुझे स्टेज पर अभिनीत करने को देना भगवत प्रेरणा से इतना बड़ा रूप धारण कर लेगा इसकी कल्पना मुझे स्वप्न में भी नहीं थी । मेरे पार्ट पर वे इतने मुग्ध हुए कि उनको कहना पड़ा कि वकील साहब आप इसी प्रकार की पूरी रामायण नाटक शैली में लिख दीजिये । काम मेरी रुचि का था । रामायण महानाटक के रूप में उसकी रचना हुई जो आदर्श रामलीला क्लब अवागढ़ द्वारा बाहर से नहीं अपितु अवागढ़ से ही अनुकूल पात्रों द्वारा पूर्ण अभ्यास के बाद श्री अशोक पचौरी के सफल निर्देशन में प्रस्तुत की गई । नाटक के प्रकाशक के सम्बन्ध में कुछ कहे बिना बात अधूरी रहेगी । जब रणधीर बुक सेल्स ( प्रकाशन ) हरिद्वार के प्रकाशक को मेरे नाटक के बारे में पता चला तब उन्होंने इसके प्रकाशन का साहसपूर्ण निर्णय लिया । कार्य सरल और छोटा नहीं था फिर भी उन्होंने इसे सुचारु रूप से सम्पन्न किया तथा नाटक को पाठकों के सामने सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया । वे मेरे अपने ही हैं , ऐसा उनके व्यवहार से जाना । अत : उनको धन्यवाद देना तो सूरज को दीपक दिखाने के समान होगा फिर भी वे साधुवाद के पात्र तो हैं ही । अब पाठकों के उत्साह को देखते हुए इस पुस्तक का दूसरा संशोधित संस्करण आपके हाथों में है । आशा है सब राम प्रेमी इस सम्पूर्ण रामायण महानाटक का फिर से जोरदार स्वागत करेंगे । विनीत रमेश चन्द्र वार्ष्णेय The thing is from the year 1974. I could not have imagined that the part of Raja Janak in the satire by Shri O3M Prakash Sharma, Chief Director of Indian Kala Niketan Avagadh (Etah) to play me on stage would take on such a big form with divine inspiration. He was so fascinated by my part that he had to ask the lawyer, sir, you should write the entire Ramayana in this type of drama style. The work was of interest to me. It was composed in the form of Ramayana Mahanatak, which was presented under the successful direction of Shri Ashok Pachauri after full practice by the friendly characters not from outside but from Avagarh itself by Adarsh Ramlila Club Awagarh.
Ramayan Mahanatak
₹400.00
Ramayan Mahanatak (Sampoorn Ramleela)
By-Rameshchandra Varshanrey
About the Author : बात सन् १ ९ ७४ की है । भारतीय कला निकेतन अवागढ़ ( एटा ) के मुख्य निर्देशक श्री ओम् प्रकाश शर्मा द्वारा व्यंग्य में राजा जनक का पार्ट मुझे स्टेज पर अभिनीत करने को देना भगवत प्रेरणा से इतना बड़ा रूप धारण कर लेगा इसकी कल्पना मुझे स्वप्न में भी नहीं थी । मेरे पार्ट पर वे इतने मुग्ध हुए कि उनको कहना पड़ा कि वकील साहब आप इसी प्रकार की पूरी रामायण नाटक शैली में लिख दीजिये । काम मेरी रुचि का था । रामायण महानाटक के रूप में उसकी रचना हुई जो आदर्श रामलीला क्लब अवागढ़ द्वारा बाहर से नहीं अपितु अवागढ़ से ही अनुकूल पात्रों द्वारा पूर्ण अभ्यास के बाद श्री अशोक पचौरी के सफल निर्देशन में प्रस्तुत की गई । नाटक के प्रकाशक के सम्बन्ध में कुछ कहे बिना बात अधूरी रहेगी । जब रणधीर बुक सेल्स ( प्रकाशन ) हरिद्वार के प्रकाशक को मेरे नाटक के बारे में पता चला तब उन्होंने इसके प्रकाशन का साहसपूर्ण निर्णय लिया । कार्य सरल और छोटा नहीं था फिर भी उन्होंने इसे सुचारु रूप से सम्पन्न किया तथा नाटक को पाठकों के सामने सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया । वे मेरे अपने ही हैं , ऐसा उनके व्यवहार से जाना । अत : उनको धन्यवाद देना तो सूरज को दीपक दिखाने के समान होगा फिर भी वे साधुवाद के पात्र तो हैं ही । अब पाठकों के उत्साह को देखते हुए इस पुस्तक का दूसरा संशोधित संस्करण आपके हाथों में है । आशा है सब राम प्रेमी इस सम्पूर्ण रामायण महानाटक का फिर से जोरदार स्वागत करेंगे । विनीत रमेश चन्द्र वार्ष्णेय The thing is from the year 1974. I could not have imagined that the part of Raja Janak in the satire by Shri O3M Prakash Sharma, Chief Director of Indian Kala Niketan Avagadh (Etah) to play me on stage would take on such a big form with divine inspiration. He was so fascinated by my part that he had to ask the lawyer, sir, you should write the entire Ramayana in this type of drama style. The work was of interest to me. It was composed in the form of Ramayana Mahanatak, which was presented under the successful direction of Shri Ashok Pachauri after full practice by the friendly characters not from outside but from Avagarh itself by Adarsh Ramlila Club Awagarh.
Sri Ramcharitmanas Ramayana of Tulsidas
₹300.00
श्री गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज के द्वारा प्रणीत श्रीरामचरितमानस हिन्दी साहित्य की सर्वोत्कृष्ट रचना है। आदर्श राजधर्म, आदर्श गृहस्थ-जीवन, आदर्श पारिवारिक जीवन आदि मानव-धर्म के सर्वोत्कृष्ट आदर्शों का यह अनुपम आगार है। सर्वोच्य भक्ति, ज्ञान, त्याग, वैराग्य तथा भगवान की आदर्श मानव-लीला तथा गुण, प्रभाव को व्यक्त करनेवाला ऐसा ग्रंथरत्न संसार की किसी भाषा में मिलना असम्भव है। आशिर्वादात्माक ग्रन्थ होने के कारण सभी लोग मंत्रवत् आदर करते हैं। इसका श्रद्धापूर्वक पाठ करने से एवं इसके उपदेशों के अनुरूप आचरण करने से मानवमात्र के कल्याण के साथ भगवत्प्रेम की सहज ही प्राप्ति सम्भव है। श्रीरामचरितमानस के सभी संस्करणों में पाठ-विधि के साथ नवान्ह और मासपरायण के विश्रामस्थान, गोस्वामी जी की संक्षिप्त जीवनी, श्रीरामशलाका प्रश्नावली तथा अंत में रामायण जी की आरती दी गयी है।
Sri Ramcharitmanas Ramayana of Tulsidas
₹300.00
श्री गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज के द्वारा प्रणीत श्रीरामचरितमानस हिन्दी साहित्य की सर्वोत्कृष्ट रचना है। आदर्श राजधर्म, आदर्श गृहस्थ-जीवन, आदर्श पारिवारिक जीवन आदि मानव-धर्म के सर्वोत्कृष्ट आदर्शों का यह अनुपम आगार है। सर्वोच्य भक्ति, ज्ञान, त्याग, वैराग्य तथा भगवान की आदर्श मानव-लीला तथा गुण, प्रभाव को व्यक्त करनेवाला ऐसा ग्रंथरत्न संसार की किसी भाषा में मिलना असम्भव है। आशिर्वादात्माक ग्रन्थ होने के कारण सभी लोग मंत्रवत् आदर करते हैं। इसका श्रद्धापूर्वक पाठ करने से एवं इसके उपदेशों के अनुरूप आचरण करने से मानवमात्र के कल्याण के साथ भगवत्प्रेम की सहज ही प्राप्ति सम्भव है। श्रीरामचरितमानस के सभी संस्करणों में पाठ-विधि के साथ नवान्ह और मासपरायण के विश्रामस्थान, गोस्वामी जी की संक्षिप्त जीवनी, श्रीरामशलाका प्रश्नावली तथा अंत में रामायण जी की आरती दी गयी है।
Adbhut Mantra Sagar
₹450.00
Adbhut Mantra Sagar (Sampoorn Panchon Bhag)
Adbhut mantra sagar, this book contains five parts have approx 900 above pages.
Adbhut Mantra Sagar
₹450.00
Adbhut Mantra Sagar (Sampoorn Panchon Bhag)
Adbhut mantra sagar, this book contains five parts have approx 900 above pages.
Vedant Darshan
₹100.00
महर्षि वेदव्यास-प्रणीत ब्रह्मसूत्र भारतीय दर्शन का अत्यन्त ही महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। यह ग्रन्थ वेद के चरम सिद्धान्त परब्रह्म का निदर्शन कराता है। अतः इसे वेदान्त-दशर्न भी कहते हैं। वेद के उत्तरभाग उपासना और ज्ञान दोनों की मीमांसा करने के कारण इसका एक नाम उत्तरमीमांसा भी है। पदच्छेद और अन्वय सहित विस्तृत हिन्दी-व्याख्या।
Vedant Darshan
₹100.00
महर्षि वेदव्यास-प्रणीत ब्रह्मसूत्र भारतीय दर्शन का अत्यन्त ही महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। यह ग्रन्थ वेद के चरम सिद्धान्त परब्रह्म का निदर्शन कराता है। अतः इसे वेदान्त-दशर्न भी कहते हैं। वेद के उत्तरभाग उपासना और ज्ञान दोनों की मीमांसा करने के कारण इसका एक नाम उत्तरमीमांसा भी है। पदच्छेद और अन्वय सहित विस्तृत हिन्दी-व्याख्या।
Shridurgasaptshati with Translation
₹60.00
The Shridurgasaptshati is well accepted religious text of Hindu religion. Shridurgasaptshati is full of religious mystery with blessed story of goddess Bhagavati. The devotees recite this book with great reverence and attain their desired goal. The book contains the procedure of reciting it along with Kavach, Argala, Kilak, Vaidik, Tantrik Ratrisukt, Devyatharva-Shirsh, Navaarn-Vidhi, original text, Durgaashtottarnamstotra, Shri-Durga-Manas worship, all the three Rahasyas (secrets), Kshama-Prarthna, Siddhi-Kunzika-Stotra and Aarti.
Shridurgasaptshati with Translation
₹60.00
The Shridurgasaptshati is well accepted religious text of Hindu religion. Shridurgasaptshati is full of religious mystery with blessed story of goddess Bhagavati. The devotees recite this book with great reverence and attain their desired goal. The book contains the procedure of reciting it along with Kavach, Argala, Kilak, Vaidik, Tantrik Ratrisukt, Devyatharva-Shirsh, Navaarn-Vidhi, original text, Durgaashtottarnamstotra, Shri-Durga-Manas worship, all the three Rahasyas (secrets), Kshama-Prarthna, Siddhi-Kunzika-Stotra and Aarti.
Jai Hanuman Patrika (Telugu)
₹35.00
भारतीय जनताके लिये श्रीहनुमान्ïजीका चरित्र सदैवसे प्रेरणा का स्रोत रहा है। इसपुस्तकमें श्रीहनुमान्ïजीकी सत्रहलीलाओं का ऐसा अनोखा चित्रण है, जो पाठकोंको मन्त्रमुग्ध कर देता है।हनुमान्ïजीकी प्रत्येक लीलाके साथ उससे सम्बन्धित आकर्षक चित्रभी दिये गये हैं। आकर्षक चित्रावरण से युक्त यह पुस्तक सबके लिये पठनीय है।
Jai Hanuman Patrika (Telugu)
₹35.00
भारतीय जनताके लिये श्रीहनुमान्ïजीका चरित्र सदैवसे प्रेरणा का स्रोत रहा है। इसपुस्तकमें श्रीहनुमान्ïजीकी सत्रहलीलाओं का ऐसा अनोखा चित्रण है, जो पाठकोंको मन्त्रमुग्ध कर देता है।हनुमान्ïजीकी प्रत्येक लीलाके साथ उससे सम्बन्धित आकर्षक चित्रभी दिये गये हैं। आकर्षक चित्रावरण से युक्त यह पुस्तक सबके लिये पठनीय है।